जमीन की असली कहानी: आपके दादा-परदादा की ज़मीन कितनी थी? जानिए पुराने भारत के ज़मीन मापने के तरीक़े! - श्री भवेश कुमार की कलम से | Kaithi
🏡✨ जमीन की असली कहानी: आपके दादा-परदादा की ज़मीन कितनी थी? जानिए पुराने भारत के ज़मीन मापने के तरीक़े!
💭 क्या आपके पास पुराने कागज़ात हैं जिनमें लिखा है “बीघा”, “कट्ठा”, “धूर”, “बिस्वा”... लेकिन समझ नहीं आ रहा कितना ज़मीन था?
🧐 क्या आपने कभी सोचा है — 1 बीघा मतलब असल में कितना होता है?
📜 या फिर, क्या आपके ज़मीन के कागज़ "कैथी लिपि" में हैं और आप पढ़ नहीं पा रहे?
तो अब समय आ गया है — ज़मीन की भाषा को समझने का!
आइए जानते हैं भारत में ज़मीन कैसे मापी जाती थी, किस राज्य में कौन-सा पैमाना था, और कैसे आप भी अपने परिवार की ज़मीन का सही माप समझ सकते हैं।
📏 भारत की ज़मीन मापने की रोचक विविधता
भारत में ज़मीन का कोई एक पैमाना नहीं था। हर राज्य, हर ज़िला, हर गाँव में अपने अलग-अलग नाम और माप थे।
कुछ प्रसिद्ध इकाइयाँ हैं:
-
बीघा, बिस्वा, कट्ठा, धूर, धुरकी, छुरकी, एकड़
-
सेंट, अंकनम, गुंठा, किल्ला, कनाल
-
हाथ, गज, जरीब (5 प्रकार के)
🧮 क्या आप जानते हैं? "जरीब" भी पाँच प्रकार के होते हैं!
जरीब का नाम | लंबाई (गज) | लंबाई (फीट) |
---|---|---|
गन्तरि जरीब | 22 | 66 |
फतेहपुरी जरीब | 44 | 132 |
सहारनपुरी जरीब | 49.5 | 148.5 |
फर्रुखाबादी जरीब | 52.5 | 157.5 |
शाहजहानी जरीब | 55 | 165 |
📌 पक्का माप = शाहजहानी जरीब से
📌 कच्चा माप = गन्तरि जरीब से, कच्चा माप उस क्षेत्र में किया जाता है, जहाँ बंदोबस्ती या चाकबंदी नहीं हो सका है।
🌍 हर राज्य का अपना माप
क्षेत्र इकाई | क्षेत्र रूपांतरण | स्थान |
---|
1 अंकनम | = 72 वर्ग फीट | आंध्रप्रदेश एवं कर्णाटक के कुछ हिस्से |
1 एकड़ | = 605 अंकनम |
1 बीघा | = 1600 वर्ग गज | आसाम एवं बंगाल |
1 बीघा पक्का | = 3025 वर्ग गज | बिहार, यूपी, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा के कुछ इलाके |
1 बीघा | = 1936 वर्ग गज | हिमाचल प्रदेश और उत्तराखण्ड के कुछ इलाके |
1 बीघा | = 900 वर्ग गज | हिमाचल प्रदेश और उत्तराखण्ड के अन्य इलाके |
1 बीघा | = 1333.33 वर्ग गज | मध्य प्रदेश |
1 बीघा कच्चा | = 1008.33 वर्ग गज | पंजाब, हरियाणा और यूपी के अन्य इलाके |
1 बिस्वा पक्का | = 151.25 वर्ग गज | यूपी, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा के कुछ इलाके |
1 बिस्वा | = 96.8 वर्ग गज | राजस्थान के अन्य इलाके |
1 बिस्वा | = 48.4 वर्ग गज | हिमाचल प्रदेश और उत्तराखण्ड के कुछ इलाके |
1 बिस्वा | = 45 वर्ग गज | हिमाचल प्रदेश और उत्तराखण्ड के अन्य इलाके |
1 बिस्वा कच्चा | =50.417 वर्ग गज | पंजाब, हरियाणा और यूपी के अन्य इलाके |
20 बिस्वनसी | = 1 बिस्वा | यूपी, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखण्ड (बिस्वा और बीघा के माप पर निर्भर) |
1 सेंटियर | = 1 वर्ग मीटर | |
1 सेंट | = 435.6 वर्ग फीट | तमिलनाडू, केरल और कर्नाटक |
1 एकड़ | = 100 सेंट |
1 छातक | = 180 वर्ग फीट | पश्चिम बंगाल |
1 कट्ठा | = 16 छातक |
1 डिसमल | = 48.4 वर्ग गज | पश्चिम बंगाल |
1 एकड़ | =100 डिसमल |
1 छुरकी | = 0.17015625 वर्ग फीट | बिहार और झारखण्ड |
1 धुरकी | = 20 छुरकी | |
1 धूर | = 20 धुरकी | |
1 कट्ठा | = 20 धूर | |
1 बीघा | = 20 कट्ठा |
1 धूर | = 3.6 वर्ग फीट | त्रिपुरा |
1 क्रांटा | =20 धूर |
1 गुंठा | = 1089 वर्ग फीट | आंध्र प्रदेश, कर्णाटक एवं महाराष्ट्र |
1 एकड़ | = 40 गुंठा |
1 कनाल | = 5445 वर्ग फीट | हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश एवं जम्मू और कश्मीर |
1 एकड़ | = 8 कनाल |
1 कट्ठा | = 2880 वर्ग फीट | आसाम |
1 बीघा | = 5 कट्ठा |
1 कट्ठा | = 720 वर्ग फीट | बंगाल |
1 बीघा | = 20 कट्ठा |
1 कट्ठा | = 1361.25 वर्ग फीट | बिहार |
1 बीघा | = 20 कट्ठा |
1 कट्ठा | = 600 वर्ग फीट | मध्य प्रदेश |
1 बीघा | = 20 कट्ठा |
1 किल्ला | = 4840 वर्ग गज | हरियाणा और पंजाब |
1 हाथ | = 0.5 गज | |
= 18 इंच | ||
= 1.5 फीट |
🪵 लग्गी से जमीन मापने की कला – बिहार की परंपरा
बिहार में ज़मीन लग्गी से मापी जाती थी।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर परगना में लग्गी का माप भी अलग होता है?
परगना | लग्गी की लंबाई | 1 बीघा = |
---|---|---|
हवेली | 4.5 हाथ | 42 डिसमल |
धर्मपुर | 6.5 हाथ | 84 डिसमल |
धपहर | 9 हाथ | 164 डिसमल |
📐 1 कट्ठा = 4 लग्गी चौड़ा × 5 लग्गी लंबा आयत
मतलब?
जहां जो लग्गी चलती है, उसी के अनुसार 1 कट्ठा बनाया जाता है! लग्गी से जमीन मापना आसान है।
जहाँ जिस माप का लग्गी है, उस माप का लग्गी बनाकर 4 लग्गी चौड़ा और 5 लग्गी लम्बा आयत बनाकर 1 कट्ठा जमीन का माप पूर्ण किया जाता है।
👉 9 हाथ का लग्गी नेपाल में भी इस्तेमाल होता है!
🌿 फिर भी एक चीज़ तय है: 1 एकड़ = 100 डिसमल ✅
चाहे कितनी भी विविधता हो, लगभग हर राज्य में एक बात सामान्य है —
👉 1 एकड़ = 100 डिसमल
यह मानक आज भी सरकारी रिकॉर्ड में अपनाया जाता है।
🤯 इतना सारा माप… और ऊपर से “कैथी लिपि”?
अगर आपके ज़मीन के कागज़ात कैथी लिपि में हैं तो आपको ज़रूर यह जानना चाहिए:
📌 कैथी स्क्रिप्ट उत्तर भारत में जमीन, कोर्ट, रसीद, विवाह दस्तावेज़ आदि में प्रयोग होता था
📌 आप इसे सीख सकते हैं और अपने कागज़ खुद पढ़ सकते हैं
📌 कैथिलिपि YouTube चैनल पर सीखें — कैसे लिखा जाता था “पवर्ग”?, कैसे पढ़ें पुराने कागज़ात?
🎥 देखिए यह वीडियो: Samanya Kaithi Vyanjan Varg – Pawarg
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🖨️ कैथी वर्णमाला चार्ट + ज़मीन मापन तालिका (PDF)
📣 यह पोस्ट क्यों ज़रूरी है?
✔️ जमीन विवादों को सुलझाने
✔️ ज़मीन की सही जानकारी रखने
✔️ परिवार की संपत्ति को समझने
✔️ सरकारी रिकॉर्ड में बदलाव करवाने
✔️ बच्चों को अपनी विरासत सिखाने के लिए
❤️ अंत में…
"ज़मीन सिर्फ मिट्टी नहीं, आपकी पहचान है।
उसे समझिए, पढ़िए, और सुरक्षित रखिए।"
👇 कमेंट में बताइए —
आपके यहाँ 1 बीघा का माप क्या है?
क्या आपने कभी कैथी लिपि देखी है?
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